हे कृष्ण हम तुमसे वरदान माँगते है
हे कृष्ण हम तुमसे, वरदान मांगते है तुमसे ही जो प्यार करे, वो हृदय मांगते है। दिल तुझमे ही लगा रहे, हर बार माँगते है तुझको ही देखे हरदम, तेरा ही दीदार करे तुझमे ही देखे सबको, सबमे तुझको देखा करे छवि रहे जिसमे तेरी, ऐसे नयन माँगते है। सबसे चर्चा तेरी करे, तेरी ही जो बात करे तेरे ही भजन गाए ,तेरी ही गीता पढ़े मधुर स्वर बोले सबको, ऐसी जुबान माँगते है। तुझमे ही जो रमा रहे, तुझको ही बस याद करे तुझको ही सोचे हरदम, तेरा ही ध्यान करे तेरे ही द्वारे झुका रहे वो सर माँगते है। सहस्त्रनाम तेरा सुने, तेरा ही कीर्तन सुने भागवत सुने दिन रात, तेरी ही महिमा सुने सत्संग सुनता रहे, कान माँगते है। सबकी यह सेवा करे, सबका ही उपकार करे सब जन का कल्याण हो, ऐसी कामना करें अकर्म बन जाये सभी कर्म, ऐसी कृपा माँगते है हे कृष्ण हम तुमसे वरदान माँगते है तुझसे ही जो प्यार करे वो हृदय माँगते है दिल तुझमे ही लगा रहे, बारम्बार माँगते है।