राज़

जरूरी नही कि सारे राज़ महफिल में बताए जाए
पर कुछ तो है जो दुनिया से छिपाए जाए
तुम भी एक राज हो, उन सब राजो में
' अमन' क्यों तुम्हे सारी दुनिया के सामने लाए

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