गीता ज्ञान गंगा


हे योगेश्वर हे कृष्ण तूने ज्ञान की गंगा बहाई,
भव सागर में डूबे हुए को तुमने राह दिखाई।

कर्म सन्यास का ज्ञान देकर सांख्य योग बताया,
स्वरूप का ज्ञान देकर तुमने चेतन बोध कराया,
जड़ को अपना माने था जीव, तूने ग्रंथि सुलझाई...

कर्मयोग का ज्ञान देकर इच्छाओं से बचाया,
कर्मफल का बोध करा कर आवागमन से बचाया,
कर्म के बंधन से कैसे छुटे यह तरकीब बताई....

भक्तियोग का ज्ञान देकर तूने दिया सहारा,
हरि का नाम लेते रहो नही आओगे दोबारा,
भक्ति का पथ यह बड़ा सुगम है इसी में है भलाई...

हे योगेश्वर हे कृष्ण तूने ज्ञान की गंगा बहाई,
भव सागर में डूबे हुए को तुमने राह दिखाई।

हे योगेश्वर हे कृष्ण तूने ज्ञान की गंगा बहाई,
अर्जुन को निमित बना के तुमने गीता सुनाई।

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