मोहित
तुझे देखकर मोहित हो सा गया हूं
ख्यालों में तेरे मैं खो सा गया हूं।
जिधर देखूं मैं मुझको तू ही नजर आए,
तू ही बस इक तू ही मेरे दिल को भाए,
लगे जैसे मैं तो ठगा सा गया हूं
ख्यालों में तेरे मैं खो सा गया हूं।
जाने कैसा जादू चलाया है तुमने
चरणों से अपने लगाया है तुमने
कृपा तेरी का पात्र हो सा गया हूं
ख्यालों में तेरे मैं खो सा गया हूं ।
मेरे दिल को चैन कहीं आता नहीं ना
तेरे सिवा कोई मुझे भाता नहीं ना
दीवाना मैं तेरा हो सा गया हूं
ख्यालों में तेरे मैं खो सा गया हूं ।
तुझे देखकर मोहित हो सा गया हूं
ख्यालों में तेरे मैं खो सा गया हूं।
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